आज इस आर्टिकल में हम मे संगीत सम्राट तानसेन जीवन की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे ( तानसेन का जीवन परिचय | Biography of Tansen in Hindi Jivani ) जैसे – तानसेन का जन्म , तानसेन की मृत्यु , तानसेन का मकबरा , तानसेन का वास्तविक नाम , तानसेन के गुरु , तानसेन की रचनाएं तानसेन पुरस्कार आदि के बारे में जानकारी उपलब्ध कराया गया इसलिए अंत तक जरूर पढ़े ।
तानसेन का जीवन परिचय
जन्म | संवत् 1553 |
जन्म स्थान | ग्राम बेहट (ग्वालियर) |
मृत्यु | संवत् 1646 |
मृत्यु स्थान | आगरा |
मकबरा | ग्वालियर |
मूल नाम | रामतनू पाण्डे (तन्ना) |
पिता | मकरंट पाण्डे |
गुरु | स्वामी हरिदास |
ग्रंथ | संगीतसार एवं संगीत रागमाला |
संरक्षण | दौलत खाँ , भाथा के राजा रामचंद्र , एवं मुगल सम्राट अकबर |
विशेष
तानसेन की उपाधि उन्हें राजा रामचंद्र से प्राप्त हुई थी जो इतनी प्रसिद्ध हुई की इनका मूल नाम इतिहास के गर्भ में छुप गया।
तानसेन शिक्षा ग्वालियर के प्रसिद्ध संगीतकारों के सानिध्य में सम्पन्न हुई। ग्वालियर से वे वृन्दावन चले गये जहाँ उन्हें स्वामी हरिदास से शिक्षा मिली।
सबसे पहले तानसेन को शेरशाह सूरी के पुत्र दौलत खाँ का आश्रय मिला। इसके बाद वे राजा रामचंद्र के दरबार में आए। यहीं से उनकी प्रसिद्धि सर्वत्र फैलते हुए दिल्ली तक पहुँची। संवत् 1819-20 में तानसेन दिल्ली पहुँचे और उनकी प्रसिद्धि को देखते हुए अकबर ने उन्हें अपने दरबार में नव रत्नों में स्थान दिया।
तानसेन के गायन के विषय में प्रचलित है कि उनके दीपक राग गाने से दीपक जल जाया करते थे और मेघराग गाने से वर्षा होने लगती थी।
तानसेन ध्रुपद के महानतम गायक थे। उन्होंने बहुत से ध्रुपदों की रचना की जो आज भी संगीत ग्रंथों में मिल जाते हैं।
तानसेन ने रबाब एवं वीणा वाद्य यंत्रों का आविष्कार किया।
तानसेन की मृत्यु के उपरांत उनकी संगीत की महान परम्परा को उनके शिष्यों और वंशजों ने बनाए रखने का प्रयास किया। उनके पुत्रों में तानतरंग खाँ, सूरत सेन और विलास खाँ संगीतकार के रूप में प्रसिद्ध हुए।
तानसेन सम्मान एवं तानसेन समारोह
मध्यप्रदेश सरकार ने 1980 से इस अमर संगीतकार के नाम पर तानसेन सम्मान की शुरूआत की।
यह पुरस्कार हिन्दुस्तानी संगीत के लिए दिया जाता है
इस पुरस्कार में दो लाख नगद नगद राशि , रजत पट्टिका तथा प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।
इस पुरस्कार की स्थापना का उद्देश्य संगीतकारों की उत्कृष्टता, सृजनात्मकता और निष्ठा का सम्मान करना है।
तानसेन समारोह का आयोजन तानसेन की समाधि स्थल ग्वालियर पर प्रतिवर्ष किया जाता है, जिसमें देश भर के शास्त्रीय संगीत के मूर्धन्य कलाकार उपस्थित होते हैं। इसी समारोह में म.प्र. शासन एवं संस्कृति संचालनालय द्वारा तानसेन सम्मान प्रदान करता है।
नोट :- मुझे उम्मीद है कि आपको हमारा यह आर्टिकल तानसेन का जीवन परिचय ( Tansen biography in Hindi ) पसंद आया होगा अगर आपको हमारा आर्टिकल अगर पसंद आया हो तो इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय हमें कमेंट में जरूर बताएं ।