सांख्य सागर झील , शिवपुरी | Sakhya Sagar Jheel

शिवपुरी की सांख्य सागर झील रामसर साइट में शामिल | शिवपुरी की सांख्य सागर झील को मिला रामसर साइट का दर्जा | मध्यप्रदेश को मिला दूसरी रामसर साइट सांख्य सागर झील शिवपुरी

26 जुलाई 2022 को भारत की नई 5 साइट को रामसर साइट में शामिल किया गया था जिसमें मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले की सांख्य सागर झील को रामसर साइट ( आर्द्रभूमि / वेटलैंड ) में शामिल कर लिया गया है।

Note – 26 जुलाई, 2022 को देश में नई घोषित पाँच रामसर साइट्स –

  1. करिकिली पक्षी अभयारण्य – तमिलनाडु
  2. पल्लिकरनई मार्श रिजर्व फॉरेस्ट – तमिलनाडु
  3. पिचवरम मैंग्रोव – तमिलनाडु
  4. पाला अर्द्धभूमि – मिजोरम
  5. साख्य सागर – मध्य प्रदेश

सांख्य सागर झील की जानकारी (Sakhya Sagar Lake Information)

सांख्य सागर झील मध्य प्रदेश का दूसरी रामसर साइट है इसके पहले भोपाल के भोज ताल (बड़ा तालाब) को वर्ष 2002 में रामसर साइट के रूप में शामिल किया गया था ।

महाराजा माधवराव सिंधिया जी ने वर्ष 1918 में मनिहार नदी पर बांधों का निर्माण कराते हुए सॉख्य सागर नामक कृत्रिम झील और माधव तालाब का निर्माण करवाया था I

भारत सरकार द्वारा मध्य प्रदेश की 3 साइट्स सांख्य सागर झील शिवपुरी , सिरपुर तालाब इंदौर तथा यशवंत सागर इंदौर को रामसर साइट घोषित करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था ।

सॉख्य सागर झील माधव राष्ट्रीय पार्क के पास में ही स्थित है। यह झील माधव राष्ट्रीय पार्क के आसपास की जैव विविधता को बनाएं रखता है।

सख्या सागर झील में बोट क्लब भी है जिसे सेलिंग क्लब के नाम से जाना जाता है।

Note – 3 अगस्त 2022 को मध्य प्रदेश के सिरपुर तालाब को रामसर साइट में शामिल कर लिया गया है तथा 13 अगस्त 2022 को इंदौर के यशवंत सागर को भी रामसर साइट में शामिल कर लिया गया है इस प्रकार प्रदेश में अब कुल 4 रामसर साइट्स हो गई है I

भोज ताल (बड़ा तालाब) , भोपाल – 2002

सांख्य सागर झील , शिवपुरी – 26 जुलाई 2022

सिरपुर तालाब , इंदौर – 3 अगस्त 2022

यशवंत सागर , इंदौर – 13 अगस्त 2022

सांख्य सागर झील को रामसर साइट बनाए जाने से लाभ (Benefits of making sakhya sagar lake a Ramsar site)

माधव राष्ट्रीय उद्यान की सांख्य सागर झील को रामसर साइट (वेटलैंड) में शामिल किए जाने से इसकी अंतरराष्ट्रीय पहचान बढ़ेगी साथ ही यहां पर आने वाले समय में पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी।

सांख्य सागर झील शोध के नए केंद्र के रूप में भी उभरेगी क्योंकि पर्यावरण व पक्षी विज्ञानी शोध के लिए ऐसे स्थलों का चयन करते हैं जहां पर जैव विविधता अधिक हो। पक्षियों के साथ वहां पर सरीसृपों की संख्या भी पर्याप्त हो। इसके लिए रामसर साइट सबसे बेहतर लोकेशन होती है क्योंकि इसके चयन का पैमाना ही जैव विविधता होती है। ऐसे में अब यहां पर देशभर के पर्यावरण व जीव विज्ञानी आकर शोध कर सकेंगे।

क्या है ? रामसर साइट

नमी या दलदली भूमि वाले क्षेत्र को आर्द्रभूमि या वेटलैंड (Wetland) कहा जाता है। दरअसल, वेटलैंड्स वैसे क्षेत्र हैं जहाँ भरपूर नमी पाई जाती है और इसके कई लाभ भी हैं।आर्द्रभूमि जल को प्रदूषण से मुक्त बनाती है। आर्द्रभूमि वह क्षेत्र है जो वर्ष भर आंशिक रूप से या पूर्णतः जल से भरा रहता है।

स्थल का वह हिस्सा जो हमेशा जल से संतृप्त हो या जल मे डूबा रहे आर्द्रभूमि कहलाता है

आर्द्रभूमि में दलदली भूमि, झीलें, लैगून, तालाब, डेल्टा, प्रवाल भित्तियाँ, उथले समुद्र, बाढ़ के मैदान, और बहुत कुछ शामिल हैं

Note – आद्रभूमि को बायोलॉजिकल सुपर मार्केट , किडनीज ऑफ द लैंडस्केप , पृथ्वी का स्पंज ( sponge of earth ) कहा जाता है

रामसर समझौता क्या है? / What is Ramsar Convention

दुनिया भर मे बढ़ते हुए शहरीकरण व औद्योगीकरण के कारण आर्द्रभूमियों का संकुचन हो रहा है

दुनिया भर के महत्वपूर्ण आर्द्रभूमियों को बचाने के लिए इन्हें आर्द्रभूमि का दर्जा दिया जाता है

2 फरवरी, 1971 मे ईरान के शहर रामसर मे विश्व की आर्द्रभूमियों के संरक्षण के लिए एक अंतरराष्ट्रीय संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसलिए इसे रामसर समझौते के नाम से जाना जाता है I  रामसर कन्वेंशन का उद्देश्य दुनिया में महत्वपूर्ण वेटलैंड्स की सुरक्षा करना है।

नाम – Ramsar Convention on Wetlands of International Importance especially as Waterfowl Habitat

लागू – 21 दिसम्बर, 1975

विश्व आर्द्रभूमि दिवस – 2 फरवरी

शुरुआत में हस्ताक्षर करने वाले कुल देश – 7

वर्तमान में हस्ताक्षर करने वाले कुल देश – 171

प्रत्येक 3 वर्ष के अन्तराल पर सदस्य देशों की बैठक का आयोजन किया जाता है I

COP – 13 – दुबई, UAE [2018 ]
COP-14 – वुहान, चीन [2021]

विश्व में सर्वाधिक रामसर साइट्स – यूनाइटेड किंगडम [175]

विश्व में सर्वाधिक क्षेत्रफल रामसर साइट्स :- बोलीविया

विश्व की पहली रामसर साईट :- कोबोर प्रायद्वीप [ऑस्ट्रलिया-1974]

भारत में रामसर स्थल

भारत 1 फ़रवरी, 1982 को रामसर संधि में शामिल हुआ

भारत में सर्वप्रथम 1981 में केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान ( राजस्थान ) तथा चिल्का झील ( ओडिशा ) को रामसर स्थलों की सूची में शामिल किया गया

भारत में सर्वाधिक रामसर साइट्स तमिलनाडु मे 14 हैं

भारत का सबसे बड़ा रामसर स्थल :- सुंदरवन वेटलैंड [ पश्चिम बंगाल 4230 वर्ग किमी ]

भारत का सबसे छोटा रामसर स्थल :- रेणुका वेटलैंड [ हिमाचल प्रदेश 0.2 वर्ग किमी ]

Leave a Comment